मशरक में महिलाओं ने सुहाग की सलामती के लिए की बट सावित्री पूजा 🟥🟪🟦🟥🟪🟦🟥🟪🟦🟥
मशरक प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को महिलाओं ने विभिन्न वट वृक्ष के पास और कुछ महिलाओं ने लाॅक डाउन की वजह से घरों में वट वृक्ष की डाली लगा कर बट सावित्री व्रत का पूजन किया। प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न मंदिर परिसर में स्थित वट वृक्ष में शुक्रवार की सुबह से ही महिलाओं ने धागा लपेट कर वट वृक्ष की पूजा अर्चना किया।वही महिलाओं ने पुजारी की मौजूदगी में बट सावित्री की कथा सुनी। पंडित आचार्य वाचस्पति तिवारी ने बताया कि वट सावित्री व्रत की तीन दिवसीय व्रत व कथा होती है। महिलाएं अपने पति की दीर्घायु व स्वस्थ जीवन जीने की कामना को लेकर वट सावित्री व्रत करती है तथा वट वृक्ष में धागा लपेटने का कार्य करती है।धागा लपेटने के बाद महिलाएं सावित्री व्रत की कथा का श्रवण की। महिलाओं को वट वृक्ष की पूजा के बाद पति को पान व शीतलता के लिए पंखा, वस्त्र आदि की दान की। प्रखंड क्षेत्र के मशरक बड़हिया टोला,गोपालवाडी, मदारपुर, चैनपुर, सोनौली,सेमरी,डोइला, गंगौली, कवलपुरा, बहादुरपुर समेत सभी गांवों में महिलाओं ने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए बट सावित्री व्रत की पूजा अर्चना की व पति के दीर्घायु होने की कामना की।

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